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ॐकार –शिव और कुण्डलिनी के उन्नीस रूप
   ॐ                    शिव                      कुंडलिनी
(१)कान्ति                     शक्ति                 कुंडलिनी शक्ति कार्यकारणी
(२)तृप्ति                      सदाशिव               परमाशक्ति कुंडलिनी देवी
(३)प्रीति                       ईश्वर                 महामाया आद्याशक्ति कुंडलिनी देवी
(४)रक्षण                       शुद्ध विद्द्या            जगदम्बा कुंडलिनी शक्ति
(५)गति                        माया                 महामाया कुंडलिनी शक्ति
(६)अवगम                      काल                 योगमाया कुंडलिनी शक्ति
(७)प्रवेश                        कला                 ईश्वरीय शक्ति कुंडलिनी देवी
(८)श्रवण                        नियति               रुद्राणी महाशक्ति कुंडलिनी देवी
(९)स्वअर्थ                       विद्द्या               कुंडलिनी देवी
(१०)याचन                       राग                 आल्हदिनी कुंडलनी शक्ति
(११)क्रिया                       पुरुष                 सरस्व्तिरूपा कुंडलिनी शक्ति
(१२)इच्छा                      अव्यक्त               आत्मशक्ति कुंडलिनी
(१३)दीप्ति                      महत्                 ब्रह्मशक्ति कुंडलिनी
(१४)वाप्ति                      अहंकार               दैवीशक्ति कुंडलिनी
(१५)आलिंगन                    मन                  सिद्धशक्ति कुंडलिनी देवी
(१६)हिंसा                       पांच ज्ञानेंद्रीयां          योगशक्ति कुंडलिनी देवी
(१७)दान                        पांच कर्मेंद्रीयाँ          सिद्धि प्रदायनी कुंडलिनी शक्ति
(१८)भाग                       पांच तन्मात्राएँ          चित्त शक्ति कुंडलिनी देवी
(१९)वृद्धि                        पांच महाभूत           महादेवी कुंडलिनी शक्ति
          
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